फतेहपुर : प्रति एक सीट पर दो बंदी जेल में काट रहे सजा, कैसे होगा फिजिकल दूरी का पालन ? 

फतेहपुर : प्रति एक सीट पर दो बंदी जेल में काट रहे सजा, कैसे होगा फिजिकल दूरी का पालन ? 


फतेहपुर, कोविड-19 के बढ़ते मामलों के मद्देनजर पूरे देश में 21 दिवसीय लॉकडाउन घोषित कर दिया गया। जिसके अनुपालन हेतु जिला प्रशासन बेहद सतर्क है ताकि लोग घरों पर रहें और सुरक्षित रहें। जिससे इस खतरनाक संक्रमण की श्रंखला को आगे बढ़ने से रोका जा सके।लेकिन फतेहपुर की जिला जेल में मानक से अधिक कैदी संख्या बडा़ सवाल खड़ा करती है।


जिला जेल में सजा काट रहे बंदियों को एहतियात बरतने के निर्देश दिए गए हैं। उन्हें मास्क दिए गए हैं और हाथ धुलने के लिए साबुन की पर्याप्त व्यवस्था की गई है। साथ ही साथ उनके रहने के लिए पर्याप्त दूरी बनाए रखने का भी निर्देश दिया गया है। सात वर्ष से कम की सजा काट रहे करीब 99 बंदियों को अंतरिम जमानत/पैरोल पर छोड़ा भी गया है। 


इन सबके बीच एक बड़ा प्रश्न यह उठता है कि जेल में मानक से करीब 100 प्रतिशत ज्यादा बंदी बंद हैं यानी प्रति एक सीट पर दो बंदी सजा काट रहे हैं। ऐसे में कोरोना से बचाव के लिए निर्धारित फिजिकल दूरी समेत अन्य नियमों का पालन कैसे हो पाएगा। बता दें जिला जेल में 690 बंदियों का सरकारी मानक है और करीब 1350 बंदी जेल में बंद थे। जिनमें से 99 को रिहा किया गया है, उसके बाद भी करीब 1250 बंदी जेल में सजा काट रहे हैं। 


मानक से दोगुने बंदी होने के चलते फिजिकल दूरी को बनाए रख पाना बंदियों समेत जेल प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती है। ऐसे में यदि कोरोना महामारी जेल की चारदीवारी के अन्दर तक पहुंचती है तो सजा काट रहे बंदियों में तेजी से फैलने से रोक पाने में जेल प्रशासन को लोहे के चने चबाने पड़ सकते हैं।