कोरोना से  मृत्यु पर डाक्टरों को मिले शहीद का दर्जा: स्मिता सिंह

ईश्वर के दूजे रूप चिकित्सकों का रोटी घर ने पुष्प वर्षा कर किया सम्मान
–कोरोना से  मृत्यु पर डाक्टरों को मिले शहीद का दर्जा: स्मिता सिंह
–लगातार 15वें दिन 90 परिवारों तक पहुंचाई खाद्य सामग्री
फतेहपुर। समूचे विश्व में कोरोना आपदा के समय ईश्वर के रूप में अपनी भूमिका अदा करने वाले चिकित्सकों का आज नारी स्मिता फाउंडेशन रोटी घर के तहत संचालिका स्मिता सिंह के नेतृत्व में फतेहपुर जनपद के सदर अस्पताल में सीएमएस डॉक्टर प्रभाकर, आनंद बाजपेई सहित चिकित्सकों नर्सों वार्ड बॉय एवं चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों का पुष्प वर्षा कर सम्मान किया तथा उनका मनोबल बढ़ाया। साथ ही स्वच्छता के दृष्टिगत हैंडवाश भी दिए गए। स्मिता सिंह ने उन्हें भगवान का दूसरा रूप का दर्जा देते हुए उनके कार्यों की एवं देश प्रेम के भावों की प्रशंसा की। साथ ही शासन से अपनी चिकित्सा सेवा के दौरान मृत्यु हो जाने पर शहीद का दर्जा दिलाने की भी अपील की। उन्होंने बताया कि वैश्विक महामारी कोरोना के बाबत भारत में 21 दिनों का लॉक डाउन है जिस के क्रम में आज लगातार 15 दिन रोटी घर द्वारा गोद ली हुई जरूरतमंद बस्ती लोधी पुरवा के 70 परिवारों में खाद्य सामग्री का भी वितरण किया गया। इसके अलावा राधा नगर, देवीगंज, मसवानी, ज्वाला गंज के चुनिंदा 20 परिवारों में राशन पहुंचा कर असहाय लोगों की आटा दाल चावल तेल नमक आलू प्याज साबुन मंजन हल्दी धनिया मिर्च अन्य जरूरत की सामग्री देकर मदद की। उन्होंने कहा कि समाज के अंतिम छोर में खड़े हर उस जरूरतमंद की सहायता करने का जो बीड़ा रोटी घर ने उठाया है उसका अक्षरस: पालन किया जा रहा है। कहा कि आगे भी जब तक लॉक डाउन रहेगा तब तक राशन वितरण का कार्य अनवरत जारी रहेगा। उन्होंने समाज के संपन्न तबके से अपील करते हुए कहा कि अपने आसपास के जरूरतमंद लोगों तक यथा उचित सहायता अवश्य कराएं। उन्होंने समाज के लोगों से अपने घरों में रहकर लॉक डाउन का पालन करने की भी सलाह दी। इस अवसर पर वीरेंद्र पांडेय, विवेक मिश्रा, किशन शुक्ल,  अंकित सिंह चौहान, अंकित पांडेय, सजल शुक्ल भी मौजूद रहे।